About यत्र तत्र सर्वत्र

Yatra Tatra Sarvatra literally means Here There Everywhere. The title is derived from an epinomous book by noted Hindi author Sharad Joshi.

यत्र तत्र सर्वत्र का अर्थ है, यहाँ वहां सब जगह। हिन्दी के प्रसिद्द व्यंगकार श्री शरद जोशी कि लिखी एक पुस्तक है इसी नाम कि, वहीँ से यह नाम लिया गया है।


In this blog, expect to read Random Musings relating to topics that affect my motherland, India.