Friday, 17 October 2008

श्री गणेशाय नमः

||श्री गणेशाय नमः ||

वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभा,
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व कार्येशु सर्वदा

यह मेरा पहला blogging का प्रयास नहीं है। पर वे सब बिखरे हुए हैं। एक blog जिसे मैं नियमित रूप से लिखूं, इस भाव से यह ब्लॉग आज प्रारंभ किया है।

इति

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